ISRO : एक और अहम पड़ाव पार, ७ सितम्बर होगा बड़ा दिन

चंद्रयान के आर्बिटर से लैंडर विक्रम के सफलतापूर्वक सोमवार को अलग होने के बाद आज (मंगलवार) एक और अहम पड़ाव पार करते हुए ईसरो द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार विक्रम लैंडर ने आज सुबह 8 बजकर 50 मिनट पर सफलतापूर्वक उल्टी दिशा में चलना शुरू कर दिया है। सोमवार को चंद्रयान-2 से अलग होने के बाद लगभग 20 घंटे से विक्रम लैंडर अपने ऑर्बिटर की कक्षा में ही चक्कर लगा रहा था। इसे ही डिऑर्बिट कहते हैं। अब चांद के दक्षिणी ध्रुव पर उतरने से पहले विक्रम लैंडर लगभग 2 किमी प्रति सेकंड की रफ्तार से चांद के चारों ओर चक्कर लगाएगा।

आपको बता दें कि चंद्रयान-2 तीन हिस्सों में बना है। पहले आर्बिटर, दूसरा विक्रम लैंडर और फिर तीसरा प्रज्ञान रोवर है। विक्रम लैंडर के अंदर ही प्रज्ञान रोवर मौजूद है, ये लैंडिग के बाद बाहर आएगा।हाल में सात सितंबर का दिन काफी महत्वपूर्ण होगा चूँकि उस दिन लैंडर विक्रम सुबह करीब 1.55 बजे चंद्रमा की सतह पर लैंड कर जाएगा। इसी दिन प्रज्ञान रोवर चांद की सतह पर चलना शुरू करेगा। वह एक सेंटीमीटर प्रति सैकंड की गति से चांद की सतह पर 14 दिनों तक यात्रा करेगा।
विक्रम लैंडर द्वारा सोमवार को चंद्रमा की गोलाकार कक्षा में दोपहर 1.15 बजे आर्बिटर से अलग होने के तुरंत बाद, इसरो के अध्यक्ष के सिवन ने मीडिया को बताया कि इस सफल ऑपरेशन के बाद इसरो में लोग बहुत उत्साहित और आनंद ले रहे हैं। वे बड़े दिन का बेसब्री से इंतजार भी कर रहे हैं।

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