इजराइल और पाकिस्तान के बीच क्या सुधर पाएंगे रिश्ते ?
हालही में पाकिस्तान के सामने एक धर्मसंकट पैदा हो गया है कि वह इस्लामिक लड़ाई को पीछे छोड़ते हुए इजरायल के साथ राजनयिक संबंध कायम करे या नहीं. यूएई ने हाल ही में पीएम नरेंद्र मोदी को अपना सर्वोच्च नागरिक सम्मान दिया था जिसके बाद पाकिस्तान के भीतर दुनिया भर में मुस्लिम एकता पर सवाल खड़े होने लगे.इस्लामाबाद में इजरायल पर बोलना भी टैबू समझा जाता है लेकिन अब इजरायल के साथ रिश्ते कायम करने की संभावना पर चर्चा शुरू हो गई है. पाकिस्तानी मीडिया में भारत-इजरायल की करीबी को लेकर भी चर्चा हो रही है. कहा जा रहा है की कश्मीर में भी इजरायल अपनी भूमिका अदा कर रहा है. 31 अक्टूबर 2017 को इजरायल के मेजर जनरल याकोव बराक ने जम्मू-कश्मीर के नॉर्दर्न कमांड हेडक्वॉर्टर का दौरा किया था और इजरायली दल को पाकिस्तान के प्रॉक्सी वॉर के बारे में जानकारी दी गई थी.
पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने इजरायल को लेकर कदम आगे बढ़ाने हुए जमीन तैयार करते नजर आ रहे हैं. उन्होंने हाल ही में कहा था कि यूएई ने कश्मीर पर फैसला अपने राष्ट्रीय हितों के आधार पर किया है. उन्होंने यह भी कहा कि अंतरराष्ट्रीय संबंध धार्मिक भावनाओं से ऊपर हैं.