तेलंगाना में मिलना चाहते हैं महाराष्ट्र के 5 गांव
सरकार द्वारा लागू की जा रही कल्याणकारी योजनाओं से प्रभावित होकर महाराष्ट्र के नांदेड़ जिले की सीमा से लगे पांच गांवों के लोगों ने तेलंगाना राज्य के साथ विलय करने की इच्छा व्यक्त की है. इनमें नालगांव, भोकर, डिग्लूर, किनवाट और हाथगांव गांव शामिल हैं. तेलंगाना मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से जारी बयान में कहा गया कि विभिन्न राजनीतिक दलों के लोगों और निर्वाचित प्रतिनिधियों ने तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव से विलय की मांग के साथ महाराष्ट्र में आगामी विधानसभा चुनाव लड़ने का अनुरोध किया है. बता दें कि सीमा से लगते महाराष्ट्र के गांवों के एक प्रतिनिधिमंडल ने तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव से मुलाकात की है.
आपको बता दे हाल में ही बीजेपी की तेलंगाना इकाई ने ‘तेलंगाना मुक्ति दिवस’ की मांग की. उन्होंने 17 सितम्बर को इस दिवस के मनाने की बात करते हुए राज्यपाल तमिलिसाई सुन्दरराजन से मुलकात कर आग्रह किया है. यहां बीजेपी नेताओं का कहना है कि भारत को 15 अगस्त 1947 को आजादी मिल गई थी.
ऐसे में तेलंगाना हैदराबाद का हिस्सा हुआ करता था, जिसके चलते वह 17 सितम्बर 1948 में आजाद हुआ. यह उस वक़्त देश के गृह मंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल के निर्देश पर हुई पुलिस की कार्रवाई के बाद हुआ था. उन्होंने कहा कि हम बीजेपी 20 साल से 17 सितम्बर को ‘तेलंगाना मुक्ति दिवस’ मनाने पर जोर दे रहे हैं.