रीडिंग व बिल में धोखा-धड़ी से बचाएगा स्मार्ट प्रीपेड मीटर
बिजली बिल के लिए ग्रामीण क्षेत्र के करोड़ों उपभोक्ताओं को कई महीने तक बाबू की प्रतीक्षा नहीं नहीं करनी पड़ेगी। इसी के साथ ही रीडिंग व बिल में धोखा-धड़ी का भय भी नहीं रहेगा। बिजली मीटर व बिल अब दोनों स्मार्ट होंगे। इस दौरान भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान मंडी के रिसर्चों की देख-भाल में स्टार्टअप के अंतर्गत काम कर रही हाई पांच इनोवेशन लैब्स प्रौद्योगिकी प्राइवेट लिमिटेड ने इंटरनेट ऑफ थिंग्स आधारित प्रीपेड स्मार्ट मीटर का आविष्कार किया है।
प्रीपेड मीटर की खास बात यह है इसमें न सिम का इस्तेमाल होगा और न ही रेडियो फ्रीक्वेंसी की आवश्यकता पड़ेगी। पैन ड्राइव में बिजली खपत का डाटा सिक्योर रहेगा। मीटर रीडिंग लेने और सर्वर पर अपलोड करने का मैन्युअल काम नहीं करना होगा। इससे बिल्कुल ठीक बिलिंग होगी और मानव संसाधन पर खर्च भी कम होगा। उपभोक्ता प्रीपेड मीटर के एलसीडी पैनल या अपने मोबाइल एप्लिकेशन में सही समय बिजली खपत देख पाएंगे। डाटा मुहैया रहने से बिजली चोरी का पता लगाने में सहायता मिलेगी। बैलेंस कम होने पर मीटर में अलार्म बजेगा। उपभोक्ता मीटर से पैन ड्राइव को निकाल कर उसे मोबाइल या फिर कंप्यूटर से कनेक्ट कर एप के जरिये से घर बैठे रिचार्ज कर सकेगा।
RANJANA