सूर्य की उपासना का महापर्व है छठ, जाने
सूर्य की उपासना का महापर्व छठ का आरंभ 31 अक्टूबर दिन गुरुवार से हो रहा है, जो 02 नवंबर दिन शनिवार तक चलेगा। तो वहीँ हिन्दू कैलेंडर के अनुसार, कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि से सप्तमी तिथि के सूर्योदय तक छठ पूजा का पर्व चलता है। मुख्य तौर पर कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को छठी मैया की पूजा होती है। बता दे छठ पर्व दिवाली के 6 दिन बाद मनाया जाता है। छठ पूजा में विशेष तौर पर सूर्य और छठ मैया की पूजा की जाती है और उनकी पूजा से संतान प्राप्ति, संतान की रक्षा और सुख समृद्धि का वरदान प्राप्त होता है।
छठ पूजा में मुख्यत: चार पड़ाव होते हैं:
पहला दिन: नहाय खाय
दूसरा दिन: खरना और लोहंडा
तीसरा दिन: संध्या अर्घ्य
चौथा दिन: ऊषा अर्घ्य, पारण का दिन
बता दे छठ पूजा के चारों दिनों व्रती के घर में भजन और लोकगीत गाए जाते हैं। वहीँ यह व्रत महिलाएं ही रखती हैं, लेकिन पुरुष भी यह व्रत रख सकते हैं। कठिन नियम और सयंम से व्रत पूर्ण करने पर संतान प्राप्ति और संतान की कुशलता का वरदान प्राप्त होता है।
POSTED BY : KRITIKA