वैज्ञानिकों ने विकसित की रसीले अंगूर की एक नई किस्म
पुणे के वैज्ञानिकों ने रसीले अंगूर की एक नई किस्म विकसित की है जो पैदावार के मामले साथ-साथ फफूंदरोधी होने में भी दूसरों से बेहतर है। इसी के साथ यह अंगूर की किस्म जूस और रेड वाइन बनाने के लिए सहायक हो सकती है। इसलिए किसान भी इसे लेकर बहुत ख़ुशी हैं।
बता दे एआरआइ-516 नामक अंगूर की यह प्रजाति दो किस्मों के अंगूर-काटावाबा तथा विटिस विनिफेरा को मिलाकर उत्पन्न की गई है। यह बीज रहित होने के साथ ही फफूंदरोधी भी है। ये कीट रोधी होने के साथ ही अपनी गुणवत्ता के लिए भी जाने जाते हैं।
RANJANA