गुजरात में रेल्वे के कबाड़ से बने अनोखे स्कल्पचर
रेल्वे में सीनियर टेक्निशियन के पद पर काम करने वाले आर्टिस्ट अशोक पंचाल ने नवायार्ड स्थित पश्चिम रेल्वे इलेक्ट्रिक लोको शेड के कबाड़ से स्कल्पचर तैयार किया है। तो वहीँ हैरान करने वाली बात यह है कि इन्होंने किसी भी तरह का कोई प्रशिक्षण नहीं लिया है। इस काम से वे रेल्वे का कर्ज चुकाना चाहते हैं।
साथ ही अशोक बताते हैं कि मेरे पास जिस तरह के पेपर क्राफ्ट की कला है, वैसी गुजरात में शायद ही किसी के पास हो। एक केनेडियन कलाकार द्वारा बनाई गई पेपर क्राफ्ट की कलाकृतियों को देखकर मैंने स्कल्पचर बनाने की सोची। वहीँ वे कहते हैं कि मैंने कला का कोई प्रशिक्षण नहीं लिया है।
बता दे आर्टिस्ट अशोक अपने सहकर्मियों की टीम की मदद से गणेशजी, कौवों की जोड़ी समेत पक्षियों, कलात्मक दरवाजे आदि कलाकृतियों का सृजन किया है।
POSTED BY : KRITIKA