भारत-अमेरिका रक्षा समझौतों की करेंगे समीक्षा
भारत और अमेरिका रक्षा प्रौद्योगिकी को बड़े स्तर पर पक्षपात करने की योजना बना रहे हैं। इसमें स्टार्टअप पर ध्यान केंद्रित करने, प्रौद्योगिकी निर्यात के लिए तीसरे देशों की पहचान करने और व्यावहारिक उद्योग साझेदारी पर ध्यान केंद्रित करने सहित कई मुद्दों पर चर्चा होगी।
बता दे साल 2012 में भारत और अमेरिका के बीच भारत-यूएस प्रौद्योगिकी और व्यापार पहल’ डीटीटीआई पर हस्ताक्षर किए गए थे, जिसका मुख्य उद्देश्य खोज और रक्षा बलों के लिए प्रमुख संयुक्त विकास और विनिर्माण परियोजनाओं को बढ़ावा देना था लेकिन इसका कोई बड़ा परिणाम नहीं निकला।
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RANJANA