भारतीय सेना ने किया 14,000 फीट की ऊंचाई पर युद्धाभ्यास
भारतीय थलसेना ने कम सैनिकों के साथ लड़ी जाने वाली नई युद्ध रणनीति की क्षमताओं के पूर्वानुमान द्वारा गणना करना के लिए पहला युद्धाभ्यास किया. उस युद्धाभ्यास का सबसे बड़ा सबक जो सामने आया है, वो ये कि अच्छे संचार को सुनिश्चित करने के लिए सिग्नल्स से जुड़े पहलुओं से कोई समझौता नहीं किया जा सकता.
भारतीय थलसेना ने करीब एक महीना पहले ‘लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल’ से करीब 90 किलोमीटर दूर अरुणाचल प्रदेश के सेला में 14,000 फीट की ऊंचाई पर यह युद्धाभ्यास किया. इसी युद्धाभ्यास के निष्कर्षों का अब आकलन किया जा रहा है. ये ऊंचाई वाले दुर्गम युद्ध क्षेत्रों में ‘इंटीग्रेटेड बैटल ग्रुप्स’ के प्रदर्शन को समझने के लिए किया जा रहा है.
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RANJANA