भारतीय समुन्द्र में जल्दी ही उतरेगी INS KHANDERI
भारतीय नौसेना को जल्द ही आईएनएस खांदेरी की ताकत मिलने वाली है जो की फ्रांस ऑरिजन की स्कॉर्पियन श्रेणी की दूसरी डीजल-इलेक्ट्रिक सबमरीन है। यह भारतीय नौसेना के उस प्रोजेक्ट 75 (Project 75) का हिस्सा है, जिसके तहत मझगांंव डॉकयार्ड लिमिटेड फ्रांस के मैसर्स डीसीएनएस के साथ मिलकर छह पनडुब्बियों का निर्माण कर रहा है। आईएनएस खांदेरी को 28 सितंबर को भारतीय नौसेना में शामिल कर लिया जाएगा। इस दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह मुख्य अतिथि होंगे। इस पनडुब्बी को खांदेरी का नाम मराठा बलों के द्वीपीय किले के नाम पर दिया गया है। इसकी 17वीं सदी के अंत में समुद्र में मराठा बलों का सर्वोच्च अधिकार सुनिश्चित करने में बड़ी भूमिका थी।
प्रोजक्ट 75
1615 टन वजनी सबमरीन इसी श्रेणी की आईएनएस कलावरी के बाद दूसरी पनडुब्बी है। आईएनएस कलावरी को दिसंबर 2017 में नौसेना में शामिल किया गया था। आपको यहां पर बता दें कि स्कॉर्पियन सबमरीन प्रोग्राम को प्रोजेक्ट 75 का नाम दिया गया है वही आपको बता दे की यह प्रोग्राम अपने तय समय से करीब पांच साल पीछे चल रहा है। इस पूरे प्रोग्राम पर 25,700 करोड़ रुपये खर्च होने हैं। आईएनएस खांदेरी के बाद दो और सबमरीन वर्ष 2022-2023 में भारतीय नौसेना में शामिल होंगी। आईएनएस कलावरी के अलावा आईएनएसचक्र और आईएनएस अरिहंत न्यूक्लियर पावर सबमरीन हैं। जहां तक खांदेरी की बात है तो यह भी तय समय से एक साल के बाद भारतीय नौसेना में शामिल होने वाली है।