बच्चों के मस्तिष्क की संरचना वायु प्रदूषण से बदल सकती है

वायु प्रदूषण स्वास्थ्य संबंधी कई समस्याओं की दिक्कत बनती जा रही है। एक अध्ययन में पाया गया है कि जिन बच्चों का बचपन यातायात संबंधी वायु प्रदूषण के बीच गुजरता है, 12 साल की उम्र तक उनके मस्तिष्क की संरचना बदल सकती है।

शोधकर्ताओं के अनुसार, जन्म से इस तरह के उच्च वायु प्रदूषण के बीच रहने वाले बच्चों में 12 साल की अवस्था तक मस्तिष्क के खास हिस्सों में ग्रे मैटर और कॉर्टिकल में कमी पाई गई। इन हिस्सों का संबंध चलने-फिरने के साथ ही देखने और सुनने जैसी क्रियाओ से होता है। जिस तरह की आबोहवा में आप रहते हैं और सांस लेते हैं, उसका असर आपके मस्तिष्क के विकास पर पड़ सकता है।

 

RANJANA

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