प्लाज्मा थेरेपी शुरू हुई, गंभीर मरीजों का होगा उपचार
देश में कोरोना वायरस का उपचार करने के लिए प्लाज्मा थेरेपी का उपयोग शुरू हो गया है। इस दौरान डॉक्टर कोरोना वायरस संक्रमण से आजाद हो चुके 15,550 से अधिक लोगों के खून में शामिल एंटीबॉडी का उपयोग करके संक्रमितों का उपचार करेंगे। इस थेरेपी को कोरोना वायरस का सशक्त उपचार माना जा रहा है।
कोंवालेसेंट प्लाज्मा थेरेपी में खून में शामिल प्लाज्मा, जिसमें वायरस से जंग करने वाली एंटीबॉडी होती है उसके द्वारा उन रोगियों का उपचार किया जाता है जो महत्वपूर्ण रूप से संक्रमण की आड़ में हैं। यह प्लाज्मा कोरोना वायरस संक्रमण से आजाद हुए लोगों के खून से लिया जाता है। वास्तव में, शरीर पर जब कोई वायरस आक्रमण करता है तो शरीर उससे लड़ने के लिए एंटीबॉडी बनाता है। जिसका इस्तेमाल करके दूसरे रोगियों को ठीक किए जाने का अनुमान है।
RANJANA