नोटबंदी के बावजूद नकली करेंसी में हुई वृद्धि
2016 में जब नोटबंदी लागू हुई तो यह माना गया था कि देश में अब नकली करेंसी का प्रवाह बंद हो जाएगा। यद्यपि, ऐसा कुछ नहीं हुआ। सूत्रों के मुताबिक, नोटबंदी लागू होने के अगले ही साल नकली करेंसी में वृद्धि हो गई। 2016 में कुल 24.61 करोड़ रुपये की नकली करेंसी जब्त की गई। 1398 मामले दर्ज हुए और 1376 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया।
इसी दौरान 2017 में यह उम्मीद थी कि नकली करेंसी का ग्राफ अब बहुत नीचे चला जाएगा। लेकिन परिणाम इसके विपरीत आया। इस साल 28 करोड़ रुपये के मूल्य के नकली नोट जब्त किए गए। ऐसे नोटों की संख्या साढ़े तीन लाख से अधिक थी।
वही, 2018 में भी कुल 17.75 करोड़ रुपये की नकली करेंसी जब्त की गई, 884 मामले दर्ज हुए और 969 आरोपियों को गिरफ़्तार किया गया। इसके बाद 2019 में पहले छह माह के दौरान कुल 5.05 करोड़ रुपये की नकली करेंसी जब्त की गई, 254 मामले दर्ज हुए और 357 आरोपी गिरफ़्तार किए गए।