दोषियों को नाबालिगों से दुष्कर्म में मिले निष्ठुर सजा: बॉम्बे हाईकोर्ट
बॉम्बे हाईकोर्ट ने पांच साल की बच्ची से दुष्कर्म के आरोपी की सजा बरकरार रखते हुए कहा कि नाबालिगों से यौन अपराधों के दोषियों को ‘निष्ठुर और कड़ी’ सजा मिलनी चाहिए। जस्टिस पृथ्वीराज चव्हाण की पीठ ने दोषी सागर धुरी की विशेष अदालत के फैसले को चुनौती देने वाली याचिका खारिज कर दी। विशेष अदालत ने सागर को दस साल की सजा सुनाई थी।
इसी दौरान हाईकोर्ट ने अपने फैसले में कहा, इस तरह के अपराधों से निपटने के लिए स्पष्ट व्यवस्था है। ऐसी मानसिकता वाले लोग सभ्य जगत के लिए खतरा हैं
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RANJANA