तीन बार बढ़ाई डेडलाइन ,नहीं मिल रहा खरीदार- jet airways
प्राइवेट सेक्टर की चर्चित एयरलाइन जेट एयरवेज के अधिग्रहण में किसी नई कंपनी या कारोबारी ने दिलचस्पी नहीं दिखाई है. दरअसल, बीते 31 अगस्त को जेट एयरवेज के लिए रुचि पत्र (ईओआई) जमा कराने की आखिरी डेडलाइन थी. इस तारीख तक किसी नई कंपनी या कारोबारी की ओर से रुचि पत्र जमा नहीं कराई गई है.
ऐसे में अब सिर्फ तीन कंपनियां जेट एयरवेज के अधिग्रहण की दौड़ में हैं. ये तीन कंपनियां-
रूसी कोष ट्रेजरी आरए पार्टनर्स,
पनामा की निवेश कंपनी अवान्तुलो ग्रुप और
दक्षिण अमेरिकी समूह सायनर्जी ग्रुप कॉर्प
इन तीनों कंपनियों ने शुरुआती दिनों में ही रुचि पत्र दाखिल कर दी थीं.
भारी कर्ज की वजह से जेट एयरवेज के विमान ने बीते 17 अप्रैल से उड़ान नहीं भरी है. वहीं जेट एयरवेज के संस्थापक नरेश गोयल ने मार्च में ही चेयरमैन पद से इस्तीफा दे दिया था. वित्तीय अनियमितताओं की वजह से नरेश गोयल फिलहाल कानूनी शिकंजे में हैं. सूत्रों के मुताबिक बताया जा रहा है कि जेट एयरवेज पर 25 हजार करोड़ से अधिक की देनदारियां हैं.