जस्टिस चंद्रचूड़ ने कहा, बड़े सामाजिक उद्देश्यों के लिए जजों के आचरण की जानकारी का खुलासा जरूरी है
पांच जजों के संविधान पीठ में शामिल जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा कि जजों के स्वास्थ्य का ब्योरा, पेशागत आमदनी, निजी रिश्ते और कर्मचारियों के रिकॉर्ड को निजी जानकारी के तौर पर वर्गीकृत किया जा सकता है।
इसी दौरान उन्होंने कहा कि जजों के आचरण की जानकारी का खुलासा बड़े सामाजिक उद्देश्यों और न्यायिक प्रशासन के लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए जरूरी है। यदि उनके बारे में जानकारी सार्वजनिक करना जरूरी हो, तो उसे केंद्रीय जनसूचना अधिकारी द्वारा केस दर केस के आधार पर तय किया जाए। जहां तक संपत्ति की जानकारी के बारे में सुप्रीम कोर्ट के जज और सीजेआई के बीच वैश्वासिक रिश्ते की बात है, तो उनके बीच ऐसे रिश्ते नहीं हैं।
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RANJANA