गृह मंत्रालय ने उग्रवादी समूहों को दी चेतावनी

गृह मंत्रालय ने उग्रवादी समूहों को साफ तौर पर चेतावनी देते हुए कहा कि ‘संप्रभुता’ के मुद्दे पर कोई चर्चा नहीं होगी और अगर कोई उग्रवादी समूह सरकार के साथ बातचीत करना चाहता है तो उन्हें भारत के संविधान का पालन करना होगा.

बता दे यह बयान गृह मंत्रालय ने ऐसे समय में दिया है जब असम सरकार ने परेश बरुआ के नेतृत्व वाले यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट ऑफ असम से शांति प्रक्रिया में शामिल होने के लिए आगे आने की घोषणा की है.

RANJANA

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *