कोरोना से काबू होती स्थिति के बीच तब्लीगी बने सबसे बड़ी बाधा
कोरोना वायरस की महामारी से बचने के लिए लॉकडाउन का नियम ही प्रभावशाली है। परंतु इसी बीच तब्लीगी जमातियों ने लॉकडाउन कानून पर पानी फेर दिया है। देश के सभी राज्य ही नहीं बल्कि बिहार भी इससे संक्रमित है, इन जमातियों के आने से पहले सब कुछ काबू में था। परंतु अब इन लोगों की मैजूदगी का पता चलने से पूरा देश सदमे में है,
वही, पटना के कुर्जी में कुछ दिन पहले एक मस्जिद में 10 से अधिक विदेशियों के छुपे होने की खबर जब सामने आई तब तक तब्लीगियों की कारिस्तानी का पता चला। इसके खुलासे के बाद जिस जिले में देखो वहीं इनके मामले मिल रहे हैं। तब्लीगी जमात में 400 से ज्यादा वायरस से पॉजिटिव मिलने से बिहार भी असमंजस्य में है, वही, अब तक कुल 27 से अधिक मरीज अब तक मिले हैं, इसी दौरान पीएम मोदी से चर्चा में नीतीश ने अपनी आवश्यकतओं पर बातचीत की। बिहार ने केंद्र से 9 लाख से ज्यादा की एन-95 मास्क मांगे थे, लेकिन मिले 50 हजार। जांच के लिए आवश्यक पांच लाख पीपीआइ किट में अभी तक चार हजार ही मिलीं और 100 वेंटिलेटर की मांग अभी तक पूरी नहीं हुई है। प्रदेश सरकार की चिंता यही है कि यदि समय पर संसाधन न मिले तो अभी तक काबू स्थिति कहीं हाथ से निकल न जाए।
RANJANA