कैंसर के रोगियों के लिए विकसित हुआ माइक्रोफ्लूडिक प्लेटफॉर्म
न्यूयॉर्क विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने कैंसर के चौथे चरण में पहुंच चुके रोगियों के लिए द्रव विश्लेषण करने का एक नया माइक्रोफ्लूडिक प्लेटफॉर्म विकसित किया है, जिसकी सहायता से रूप-परिवर्तन के दौरान बनने वाली संचारी ट्यूमर कोशिकाओं को अलग करना संभव हो सकेगा। ऐसा लिक्विड बायोप्सी के जरिये होगा।
संपूर्ण दुनिया में कैंसर मृत्यु के मुख्य कारणों में से एक है। यदि इसकी पहचान रूप-परिवर्तन से पहले हो जाए तो ठीक होने की दर काफी अधिक है। मेटास्टैसिस के दौरान, प्राथमिक ट्यूमर से निकलकर सीटीसी आगे की ओर बढ़ता है और खून में फैलता है। यह एटमिक फोर्स माइक्रोस्कोपी की अत्याधुनिक प्रक्रियाओं के उचित है, इस प्लेटफॉर्म का प्रयोग प्रोस्टेट कैंसर के रोगियों के रक्त के नमूनों से सीटीसी को पकड़ने के लिए किया जाता है। इसके बाद एएफएम की मदद से सीटीसी का वर्गीकरण किया जाता है जिससे यह पता चल सके मेटास्टैटिस किस तरह हो रहा है।
RANJANA