एक महिला बनी कट्टरपंथियों के लिए मुसीबत
रियाद शॉपिंग मॉल के बाहर हाईहील के साथ टाइट ओरेंज टॉप और ट्रॉजर पहने महिला ने सऊदी अरब में कई कट्टरपंथियों के माथे पर शिकन पैदा करने वाली इस महिला का नाम मशेल अल जालोद है। रियाद मशेल के आउटफिट को देखकर हैरान होने वालों में सिर्फ पुरुष ही नहीं थे बल्कि युवा महिलाएं भी शामिल थीं। आपको बता दे मशेल ने भविष्य में लिए जाने वाले संभावित फैसले को अभी से अपने पर लागू कर दिया है। 33 वर्षीय मशेल ह्यूमन रिसोर्स स्पेशलिस्ट हैं और अबाया समेत ऐसे कपड़ों के सख्त खिलाफ हैं जो उन्हें मनचाहा जीवन जीने में बाधा बनते हैं। इसकी वजह से कट्टरपंथियों की भौहें चढ़ गई हैं। मशेल की बात करें तो वह सऊदी महिला की नई पहचान बन रही हैं।
अबाया सैकड़ों वर्षों से मुस्लिम महिलाओं की पहचान रहा है। सऊदी अरब की बात करें तो वहां पर रह रही गैर मुस्लिम महिलाओं के लिए भी यह पहनना जरूरी है। वर्तमान में भी इसको लेकर यहां पर सख्त कानून है। मशेल के मुताबिक नियमों की ही वजह से उन्हें जुलाई में एक मॉल के अंदर जाने से रोक दिया गया था। इसको लेकर उन्होंने एक वीडियो भी ट्विट किया था।मशेल सऊदी के उन दकिनानूसी नियमों के खिलाफ जमकर भड़ास भी निकालती हैं। उनका कहना है कि सऊदी में निकी मिनाज को सिर-आंखों पर बिठाया जाता है जो अपनी बीकनी इमेज के लिए और अपने अंग प्रदर्शनों के लिए जानी जाती है। वहीं उन्हें जबरन अबाया पहनकर पूरी तरह से कवर होकर रहने के लिए मजबूर किया जाता है।